भावार्थ – अपने तेज [शक्ति, पराक्रम, प्रभाव, पौरुष और बल] – के वेग को स्वयं आप ही सँभाल सकते हैं। आपके एक हुंकारमात्र से तीनों लोक काँप उठते हैं। Currently being fully conscious of the lack of my intelligence, I pray for you the son of Pavan, the Wind God https://elderl295pon1.wikienlightenment.com/user